प्रे� विज्ञप्त�

यूके ने भारत को जीवन रक्ष� चिकित्सी� उपकर� भेजे है�

यूके ने 600 से भी ज्यादा अत्यावश्यक चिकित्सी� उपकरणो� को भारत भेजन� की घोषण� की है ताकि दे� द्वारा कोवि�-19 के विरुद्� लड़ी जा रही लड़ाई मे� मद� प्रदान की जा सके।

यह 2019 to 2022 Johnson Conservative government के तह� प्रकाशित किया गय� था
  • वेंटिलेटर्� तथ� ऑक्सीजन कंसनट्रेटर्स उपकर� आज यूके से रवान� होने वाले हैं।
  • भारत और प्रधानमंत्री द्वारा यूके से हर संभव मद� कि� जाने के आह्वाह� पश्चात� यह सहायता दी जा रही है�
  • पहला पैके� मंगलवा� को सुबह दिल्ली पहुँचन� वाला है, जबकि बाकी खे� हफ्त� के अं� तक पहुँचन� वाला है�

दे� की कोवि�-19 से लड़ाई लड़ने मे� मद� करने के लि� 600 से भी ज्यादा अत्यावश्यक चिकित्सी� उपकरणो� को भारत भेजा जायेगा, यूके सरका� ने घोषण� की है�

यह सहायता पैके�, विदेशी, राष्ट्रमंड� तथ� विकस� कार्यालय द्वारा निधिबद्ध है, जिसमें अधिशेष संग्रहों से वेंटिलेटर्� और ऑक्सीजन कंसनट्रेटर्स शामि� हैं। भारत सरका� द्वारा इसका इस्तेमाल उन लोगो� की अत्यावश्� चिकित्सी� उपचा� मे� किया जायेगा जो भारत मे� कोवि�-19 से पीड़ि� हैं।

स्वास्थ्� एव� सामाजि� कल्याण विभा� ने एनएचएस के सा�-सा� यूके मे� मौजू� वितरको� तथ� उत्पादको� के सा� करीबी तौ� पर का� किया है, ताकि उन जीवन-रक्ष� उपकरणो� के भंडा� को पहचाना जा सक� जिन्हे� भारत भेजा जा सकता है�

भारत ने महामारी शुरू होने के बा� से इस हफ्त� मे� सबसे ज्यादा नय� दैनि� मामल� और मौते� दर्ज कि� है� और यह दे� ऑक्सीजन की भारी किल्लत से जू� रह� है�

भारत सरका� से विचा�-विमर्श होने के बा�, उपकरणो� की पहली खे� यूके से आज निकलेगी, और मंगलवा� सुबह के शुरुआती घंटो� मे� दिल्ली पहुँचेगी� बाकी का मा� इस हफ्त� के अं� तक पहुँचन� की उम्मी� है�

कु� मिलाकर, नौ मा� लद� हु� एयरलाई� कंटेनर, जिसमें 495 ऑक्सीजन कंसनट्रेटर्स, 120 गै�-आक्राम� वेंटिलेटर्� तथ� 20 हस्तचालि� वेंटिलेटर्� शामि� है�, उन्हें इस हफ्त� दे� मे� भेजा जायेगा� यह उपकर� भारत मे� सबसे संवेदनशी� लोगो� की जिंदगियो� को बचान� मे� बेहद महत्वपूर्ण साबि� होंगे। ऑक्सीजन कंसनट्रेटर, उदाहरणार्थ, पर्यावरण मे� मौजू� हव� मे� से ऑक्सीजन खींच सकता है ताकि वह मरीजो� को दी जा सक�, और इस तर� यह अस्पता� के ऑक्सीजन तंत्� पर पड़ने वाले दबाव को कम करता है तथ� ऑक्सीजन को उन स्थितियो� मे� प्रदान करने योग्� बनात� है जब अस्पता� की ऑक्सीजन सप्लाई खत्म हो जाती है�

भारत सरका� के सा� मिलक� यूके बेहद करीबी तौ� पर का� कर रह� है ताकि आन� वाले दिनो� मे� और ज्यादा प्रदान की जाने वाली सहायता को पहचाना जा सके।

प्रधानमंत्री बोरि� जॉनस� ने कह� :

हम भारत के सा� एक दोस्� और एक साझेदा� के तौ� पर एक बेहद ही चिंताजनक सम� के दौरा� कद� से कद� मिलाकर कोवि�-19 के विरुद्� लड़ने के लि� खड़� हैं।

अत्यावश्यक चिकित्सी� उपकर�, जिसमें हजारों की संख्या मे� ऑक्सीजन कंसनट्रेटर्स तथ� वेंटिलेटर्� शामि� है�, अब यूके से निकलकर भारत की ओर � रह� है� ताकि इस खतरनाक संक्रम� से होने वाली दुःख� मौतो� को रोकन� के प्रयासों को समर्थि� किया जा सके।

हम इस मुश्कि� सम� मे� भारत सरका� के सा� करीबी तौ� पर का� करते रहेंगे तथ� मै� यह सुनिश्चि� करने के लि� प्रतिबद्� हू� कि यूके इस महामारी के खिला� छिड़ी वैश्वि� लड़ाई मे� अंतर्राष्ट्री� समुदाय को हर संभव मद� देने का प्रयास करे।

विदे� सचिव डोमिनि� रा� ने कह� :

हम इस महामारी के मुश्कि� दौ� मे� अपने भारती� दोस्तो� की मद� अत्यावश्यक चिकित्सी� उपकरणो� से कर रह� हैं।

हम सभी को कोवि�-19 से निपटने के लि� एकजु� होकर का� करना होगा� भारत हमार� लि� एक बहुत ही महत्वपूर्ण साझेदा� है, अत� हम सबसे संवेदनशी� लोगो� की जा� बचान� के लि� ऑक्सीजन कंसनट्रेटर्स तथ� वेंटिलेटर्� उपलब्ध कर� रह� हैं। हम इस पहली खे� की अग्रिम सहायता के सा� जाँच करेंगे, जो कि भारत सरका� के सा� हु� हमारी बातची� पर आधारित है�

स्वास्थ्� एव� सामाजि� कल्याण सचिव मै� हैनकॉक ने कह�:

भारत से आए हृदयविदारक दृश्यो� ने एक बा� फि� यह दर्शाय� है कि यह बीमारी कितनी खतरनाक है� हम इस मुश्कि� सम� मे� भारत के लोगो� को सहायता प्रदान करने के लि� प्रतिबद्� है�, और मै� उन लोगो� का दि� से आभार प्रक� करता हू� जिन्होंन� इस प्रारंभि� खे� को प्रेषि� करने के लि� जी-तो� मेहन� की है�

जीवन रक्ष� उत्पादों की पहली खे� अत्यावश्यक सहायता प्रदान करेगी और हम और ज्यादा सहायता करने के लि� तैया� खड़� हैं। वैश्वि� महामारी ने विश्वभ� के स्वास्थ्� तंत्रो� के समक्� चुनौती पे� की है तथ� इस आपदा से जीतन� का उत्त� तरीका एक सा� मिलक� का� करना और इस भयान� बीमारी को एकजु� होकर हरान� है�

इस महामारी के दौरा� यह यूके-भारत सहाकार्यता का सिर्� एक उदाहरण है, जो दोनो� देशो� और दुनिया के लि� लाभकारी है�

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प्रकाशित 25 अप्रैल 2021